जयपुर. यूथ कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण ने अपने चुनाव परिणामाें काे बदलकर पहले नंबर वाले प्रत्याशी काे तीसरे नंबर पर लाकर खड़ा कर दिया है। प्रदेशाध्यक्ष पद से लेकर चूरू और झुंझुनूं के जिलाध्यक्ष पद के मामलाें में ऐसे हुआ है। उधर चुनाव हारने वाले प्रत्याशियाें ने चुनाव प्राधिकरण पर सवाल खड़े कर दिए है कि पहले वाले परिणाम सही थे या बाद वाले। प्रत्याशियाें का कहना है कि चुनाव से पहले यूथ कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण ने दावा किया था कि इस चुनाव में हैकिंग की गुंजाइश नहीं है। मतदान के 10 दिन बाद किसकाे कितने वाेट मिले ये बताया गया। ऐसे में एक महीने बाद बताया गया कि पुराना परिणाम नहीं माना जाएगा नया परिणाम मानना हाेगा।
ऐसे पकड़ी गड़बड़ी: एफएसएल जांच और ऑडिट से सामने आई ऑनलाइन गड़बड़ी
यूथ कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण के अनुसार जिस साॅफ्टवेयर के जरिए मतदान कराया गया था। उसकी एफएसएल जांच और ऑडिट कराई गई। दाेनाे में साॅफ्टवेयर के साथ छेड़छाड़ प्रमाणित हुई। छेड़छाड़ से पहले और छेड़छाड़ के बाद के परिणाम में बड़ा फर्क मिला। ये तय है कि मतदान के बाद गड़बड़ी हुई। ऐसे में अब प्राधिकरण इस गड़बड़ी काे अंजाम देने वालाें और दिलाने वालाें के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया है।
सुमित के वाेट दोगुना हुए
ऑनलाइन गड़बड़ी में या ताे वाेट आधे हुए है या किसी के वाेट दाेगुना हुए है। कांग्रेसियाें के अनुसार हैकर ने साइट हैग करके वाेटाें काे 2 से डिवाइड किया या मल्टी प्लाई कराया। उसके बाद सदस्याें काे घटाया - बढ़ाया गया है। हैकर ने इस तरह से वाेट कम किए है। उदाहरण के ताैर पर मुकेश के वाेटाें का 200 का बंडल सुमित के ट्रांसफर करके ट्रांसफर वाेट और कुल वाेटाें का एडजस्टमेंट हुआ था।